आज के हालात

 “बरबाद गुलिस्तां करने को तो एक ही उल्लू काफी था हर शाख पे उल्लू बैठा है, अंजामे गुलिस्तां क्या होगा” जां निसार अख्तर का यह एक मशहूर शेर है |...

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