मूर्ख से विवाद उचित नही

श्लोक- मूर्खेषु विवादो न कर्तव्य:।

अर्थ : मूर्खों से विवाद (तर्क-वितर्क) नहीं करना चाहिए।
चाणक्य
टिप्पणी: मूर्ख अज्ञानी पाखंडी भ्रस्ट नए नए अमीर से तर्क वितर्क वाद विवाद न करें।
वह पहले आपको घसीट कर नीचे अपने स्तर पर लाएगा फिर दांव पेंच अभद्र भाषा या बर्ताव से जीत जाएगा क्योंकि उसका अनुभव आप से कहीं ज्यादा होता है उस निचले स्तर पर
या यूं कहें कीचड़ में पत्थर फेंकने के बराबर है।
सूअर को जिस तरह कीचड़ में आराम मिलता है उसी तरह घटिया भाषा और बर्ताव मूर्ख दंभी खोखले व्यक्ति की आरामगाह होती है ।
😀😀😀😛😛

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